.. क्या.j.इमरजेंसी बनी अब ओपीडी…
इमरजेंसी में आए तीमारदारों को फीस काउंटर के पास जाना पड़ता है पर्ची बनाने…
नाहन: नाहन मेडिकल कॉलेज में अब एमरजैंसी में पर्ची नहीं बन रही है जिसके कारण इमरजेंसी में अपने मरीज को लेकर आए तीमारदार को परेशान होकर भटकना पड़ रहा है। जी हां नाहन मेडिकल कॉलेज में पिछले 1 हफ्ते से इमरजेंसी में कोई भी पर्ची नहीं बन रही है। एमरजैंसी से कुछ दूर फीस काउंटर के समीप एमरजैंसी पर्ची बनाने का का काउंटर खोला गया है। जब कोई तीमारदार अपने मरीज को लेकर एमरजैंसी में आता है तो उसे कहा जाता है कि दो नंबर में जाकर पर्ची बनाओ यहां कोई पर्ची नहीं बनती है फिर तीमारदार बाहर आकर लोगों से पूछता की पर्ची काउंटर कहां है फिर उसके बाद भटकता पर्ची काउंटर के पास जाता है और पर्ची बनाता है। तीमारदारों में मनीष कुमार, राजेश, अभिषेक और ललिता देवी ने कहा कि इमरजेंसी में पर्ची बनाने क्यों बंद की गई दो अक्षर लिखने में इमरजेंसी में तैनात कर्मचारियों को क्या प्रॉब्लम थी। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी का मतलब ही उलट हो गया है यह तो अब एक ओपीडी ही बनकर रह गई है। उधर मिली जानकारी के अनुसार जहां पर्ची काउंटर बनाया गया है वहां पर फार्मासिस्ट को तैनात किया गया है और फार्म फार्मेसिस्ट पर्ची बनाता है जबकि है यह काम डाटा ऑपरेटर या किसी अन्य कर्मचारी का हो सकता था।