नाहन: सिख धर्म के दसवें गुरु गोविंद सिंह 17 बैशाख सवंत 1742 विक्रमी 30 अप्रैल 1685 को सिरमौर रियासत के महाराजा मेदनी प्रकाश के आग्रह में स्थित नाहन आए थे। इस दौरान सिरमौर रियासत और गढ़वाल के पुराने जमीनी विवाद को निपटाया था। श्री गुरु साहिब ने नाहन में 8 माह गुजारे थे इस उसके वें पांवटा साहिब गए।…….आज गुरु साहिब के पवित्र गुरु साहिब के आगमन दिवस उपलक्ष्य पर टोका साहिब से नगर कीर्तन का स्वागत किया गया।… नगर कीर्तन का स्वागत पेट्रोल पंप के पास लगे स्वागत गेट के पास किया गया। इसके बाद नगर कीर्तन दशमेश गुरु अस्थान गुरुद्वारा साहिब पहुंचा। इस दौरान नगर कीर्तन के साथ आई संगत का गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा स्वागत किया गया।
… 27 अप्रैल से 7 में मई तक आयोजित होगा मेला
30 अप्रैल को अखंड पाठ की समाप्ति के बाद कीर्तन दरबार का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पांवटा साहिब से रागी जत्था संगत को निहाल करेगा। 1 मई को 15 वां महान कीर्तन समागम का आयोजन होगा। जबकि 5 में को कवि दरबार का आयोजन होगा।
….. स्वागत गेट रहा आकर्षण का केंद्र…
… सिख नौजवान सेवक जथा द्वारा चार दिन की कड़ी मेहनत के बाद बनाया गया स्वागत द्वार बनाया। आज इस गेट के समीप ही टोका साहिब आए नगर कीर्तन का स्वागत किया गया।
….. जोहड़ मेले का आकर्षण..
ऐतिहासिक चौगान मैदान में आयोजित हुआ है। इस मेले में विभिन्न सभी झूले लगे हैं, तो साथ ही में कपड़े, बर्तन, बच्चों की खेल के समान, फर्नीचर, कॉस्मेटिक अन्य सामान की दुकान भी खुली है। जहां लोग खरीदारी कर रहे हैं।