नाहन:… मैंने अपने पिता को तिल तिल मरते देखा है, मेरी मां ने मेरे घर को चलाया और मुझे पढ़ाया है। अब हमारे घर में कोई दुख नहीं होगा मैं डॉक्टर बनकर अपने घर को आबाद करूंगा .. जी हां यह कहना है नीट की परीक्षा में 720 में से 620 अंक प्राप्त करने वाले मोहम्मद अरमान का। मोहम्मद अरमान हरिपुर मोहल्ला का रहने वाला है जिसने हाल 620 अंक लेकर परीक्षा पास की है अब वहां एमबीबीएस की पढ़ाई करेगा।… अरमान के पिता मोहम्मद रिजवान की दोनों किडनी फेल होने से मृत्यु हो गई थी। उस समय अरमान 10वीं कक्षा मेँ पढ़ता था। अरमान अपने पिता से बेहद प्यार करता था। रिजवान की माता शहनाज ने अपने पति के स्कूल ड्रेस के काम को चला कर अपने घर का गुजारा किया।.. लेकिन उसका यह काम इतना ज्यादा नहीं था केवल घर का गुजारा ही चलता था। ऐसी हालत में मोहम्मद अरमान ने अपनी पढ़ाई की। जब मोहम्मद अरमान ने अपनी परीक्षा पास की तो उसकी माता शहनाज और दादी मोना बेगम बेहद खुश है। शहनाज ने कहा कि उसके बेटे ने बिना कोचिंग के नीट परीक्षा पास की है।… शहनाज ने बताया कि उनका बेटा बहुत अच्छा है और वह अपनी नेट की परीक्षा की इसलिए उसने केवल उसे ₹500 ही दिए थे उसने अपने जेब खर्च के जमा पैसे से टेस्ट दिया।…. गरीब अरमान का परिवार बीपीएल में नहीं हैं। इस होनहार बच्चों की मदद के लिए प्रदेश सरकार व सामाजिक संस्थाओं को आगे आना चाहिए।
…. अच्छा डॉक्टर बनेगा ताकि उसके पिता की तरह कोई बीमार ना हो..
.. अरमान ने बताया कि वह डॉक्टर बनकर अपने माता-पिता का सपना पूरा करेगा और गरीब लोगों की इलाज में मदद करेगा। अरमान ने कहा कि उसके पिता की दोनों किडनैप फेल हो गई थी जिसके कारण उनकी मौत हुई थी उसने कहा कि वह गरीब लोगों की मदद करेगा और अच्छा इलाज करेगा।
….अरमान के पड़ोसी भी करते हैं उसकी तारीफ..
अरमान के पड़ोसी मोहम्मद अजीम ने बताया कि अरमान बहुत होनहार और अच्छा लड़का है जिसने अपने परिवार की जिम्मेवारी को समझा और मेहनत कर पढ़ाई की। अरमान द्वारा नीट की परीक्षा पास किए जाने पर वह बहुत खुश है और उसके अच्छे भविष्य की कामना कर है उन्होंने कहा कि उनके मोहल्ले में वह एकमात्र लड़का है जिसने नीट की परीक्षा पास करी है और वह अब एमबीबीएस करेगा।