नाहन: नाहन में भूखे प्यासे गोवंश की सरकार व जिला प्रशासन कोई देखरेख नहीं कर रहा है। नाहन शहर में गोवंश को छत तक नसीब नहीं है। दिनभर गौवंश को भटकते हुए देखा जा सकता है। आवारा घूम रहे गौवंश में जहां पालतू गोवंश है वही आवारा गौवंश भी है जिसका कोई मालिक नहीं है।… नाहन से गुजर रहे एनएच पर गोवंश खतरे की चपेट में है। प्रस्तुत फोटो में आप देख सकते हैं कि किस तरह गौवंश का एक झुंड सड़क में घूम रहा है।.. और एक गाय एक गाड़ी की चपेट में आने से बाल बाल बची है। यहां पर रोजाना यह दृश्य देखा जा सकता है। और यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।.. गौर हो कि कुछ दिन पहले नाहन – पांवटा साहिब मार्ग पर जोहड़ों के पास एक सीटीयू की बस ने एक बैल को कुचल दिया था जिसमें उसकी मौत हो गई थी। आगे और घटनाएं हो सकती है लेकिन प्रशासन अभी तक नहीं जागा नहीं है।.. जिला प्रशासन द्वारा पशु अक्रूरता समिति बनाई गई है लेकिन यहां दिख रहा है कि समिति क्या एक्शन ले रही है।… शहर के लोगों में जगमोहन सिंह, रामनिवास, मनीष धीमान, जयदेव आदि ने प्रशासन से मांग की है कि आवारा घूम रहे गोवंश का बचाव किया जाए। और गोसदन का दायरा बढ़ाया जाए या फिर अन्य गौसदन बनाया जाए जहां पर आवारा गौवंश को रखा जा सके। साथ ही जो लोग अपने पालतू गौवंश को आवारा छोड़ देते हैं उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाए।