अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला सिरमौर का आंदोलन: प्रदेश स्तरीय मांगों को लेकर प्रदर्शन उपायुक्त करने के बाद प्रदर्शन किया..
नाहन: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) जिला सिरमौर ने प्रदेश स्तरीय और जिला के सभी महाविद्यालयों की मांगों को लेकर जिला स्तरीय आंदोलन का आयोजन किया। यह आंदोलन उपायुक्त कार्यालय के बाहर किया गया, जहां छात्रों की विभिन्न मांगों को उठाया गया और प्रदेश सरकार से त्वरित कार्रवाई की अपील की गई।
इस आंदोलन का नेतृत्व प्रदेश सह मंत्री मनीष बिरसान्टा और जिला संयोजक पारस ठाकुर द्वारा किया गया, जिसमें जिला सिरमौर की सभी इकाइयों से छात्र प्रतिनिधियों ने भाग लिया। आंदोलन का मुख्य उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था में सुधार, छात्रों की समस्याओं का समाधान, और प्रदेश के विकास में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना था।
आंदोलन के दौरान निम्नलिखित मांगें प्रमुख रहीं:
छात्र संघ चुनाव बहाल किए जाएं..आंदोलनकारी छात्रों ने प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में छात्र संघ चुनावों की बहाली की मांग की। उनका कहना था कि छात्र संघ लोकतंत्र का आधार है, और इससे छात्रों की समस्याओं का समाधान बेहतर ढंग से हो सकेगा।
विश्वविद्यालयों में प्रवेश परीक्षा और परिणाम की गड़बड़ियों को शीघ्र ठीक किया जाए…छात्रों ने विश्वविद्यालयों में हो रही प्रवेश परीक्षा और परिणाम में लगातार आ रही गड़बड़ियों पर नाराजगी जताई। उन्होंने मांग की कि इन मुद्दों का शीघ्र समाधान किया जाए ताकि छात्रों का भविष्य प्रभावित न हो।
शिक्षा संस्थानों की आधारभूत संरचना को सुदृढ़ किया जाए.. आंदोलनकारियों ने प्रदेश के विद्यालयों, महाविद्यालयों, और विश्वविद्यालयों की आधारभूत संरचना को सुधारने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके साथ ही, उन्होंने शिक्षकों और गैर-शिक्षकों की नियमित भर्ती की भी मांग की, ताकि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।
कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर की 112 हेक्टेयर जमीन वापस दी जाए: उन्होंने कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर की 112 हेक्टेयर जमीन को पुनः विश्वविद्यालय को देने की मांग की। इसके अलावा, सरदार पटेल विश्वविद्यालय का दायरा बढ़ाने की भी मांग की गई, ताकि उच्च शिक्षा के अधिक अवसर प्रदेश में सुलभ हो सकें।
प्रदेश में बढ़ते नशा माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई.. आंदोलनकारियों ने प्रदेश में बढ़ते नशा माफिया के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए प्रदेश सरकार को कानून व्यवस्था सुदृढ़ करनी चाहिए।
बॉयज होस्टल की सुविधा… उन्होंने छात्रों के लिए बॉयज होस्टल की सुविधा उपलब्ध करवाने की भी मांग की, जिससे दूर-दराज़ से आने वाले छात्रों को रहने की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
आंदोलन में मनीष बिरसान्टा ने कहा कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र ध्यान नहीं दिया गया, तो वे अपने आंदोलन को और व्यापक बनाएंगे। यह आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण था और प्रशासन से अपील की गई कि वह छात्रों की मांगों को गंभीरता से ले।
प्रदेश सह मंत्री मनीष बिरसान्टा ने आशा व्यक्त की कि सरकार उनकी मांगों को सुनते हुए त्वरित कदम उठाएगी। वरना विद्यार्थी परिषद हज़ारों छात्रों को लामबंद करते हुए सड़को पर उतरने के लिए मजबूर हो जायेगे।