नाहन: रेणुका जी सेवा समिति ने वाइल्ड लाइफ रेणुका जी में घोटाले होने का आरोप लगाया है और इसमें विजिलेंस जांच की मांग की है।.. सेवा समिति के सदस्यों ने बीते कल मंगलवार को इस बाबत मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन दिया। जिसमें बताया गया कि वाइल्डलाइफ विभाग द्वारा रेणुका जी झील से पिछले 10 सालों में गाद निकालने के लिए कोई कार्य नहीं किया गया। लेकिन 2014, 2017, 20 18 2021 में लाखों की बिल बनाये गए। जिसमें केवल पैसे ही हड़पे गए हैं। इसी तरह बायोडाइवर्टि पार्क के लिए 20 से 25 लाख के बिल बने।लेकिन मौके पर 4-5 लाख ही खर्च हुए हैं। उधर जुहू में 10 लाख के सीसीटीवी कैमरे लगाऐ गए। लेकिन मौके पर कोई भी कैमरा नहीं लगा है। श्री रेणुका जी सेवा समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से इसमें जांच की मांग की है। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि पवित्र रेणुका जी झील को बचाने के लिए वाइल्ड लाइफ कुछ नहीं कर रहा है।… झील का ऊपरी हिस्सा सूख चुका है। पेड़ में लगातार सुखी पेड़ गिर रहे हैं झील सिकुड़ रही है लेकिन झील के बचाव के लिए वाइल्डलाइफ कुछ नहीं कर रहा है और ना ही किसी को साफ करने देता है।.. समिति ने झील के अस्तित्व को बचाने और उसमें कथिथ घोटाले की विजिलेंस जांच करने की मांग की है। साथ ही ज्योलोजिकल सर्वे द्वारा झील की गहराई मापने की भी मांग की गई है।.. इस प्रतिनिधि मंडल में रेणुका जी सेवा समिति के सदस्य कुलदीप ठाकुर, सुमित्रा देवी,पदमा देवी,चंदा देवी,चंद्रकला, पूनम देवी, शीला देवी आदि लोग मौजूद रहे।