नाहन: दलित शोषण मुक्ति मंच जिला सिरमौर ने राज्यसभा में संविधान की 75 वीं वर्षगांठ पर बहस मे
केंद्रीय मंत्री अमित शाह दवारा डॉ अम्बेडकर पर की गई अपमानजनक टीपण्णी ने पूरे देश के संविधान और अम्बडेकर में विश्वास करने वाले लोगों की भवनाओं को आहात किया है । अमित शाह ने जिस तरह और जिस लहजे से बाबा साहब के बारे में बात करते हुए टीपण्णी की उससे उनका मनुवादी दृष्टिकोण उजागर होता है। जिला संयोजक आशीष ने कहा की अमित शाह ने तो जो टीपण्णी की सो की मगर उसके समर्थन में और अमित शाह के बचाव में प्रधानमंत्री का कूदना और भी गैर जिम्मेदाराना है जो इस बात को साफ इंगित करता है की भारतीय जनता पार्टी रुख देश के वंचित वर्ग के लोगों के प्रति क्या दृष्टिकोण होगा जब वो इस बात को बर्दाश्त नहीं कर पाते की देश के हर वर्ग के अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए बाबा साहब ने जो प्रावधान किये वो उनकी दूरदर्शिता को दिखाता है परन्तु इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी के शासन काल में पहले दलित वर्ग पर उत्पीड़न बड़े और अब उनके नेता दो कदम आगे बढ़ कर देश के महापुरुषों का भी अपमान करने पर उतर आये है। दलित शोषण मुक्ति मंच जिला सिरमौर कमेटी के जिला संयोजक ने कहा है की ऐसे आदमी को ग्रहमंत्री के पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है ,इसलिए उन्हे तत्काल प्रभाव से इस पद से इस्तीफा देना चाहिए। आशीष कुमार ने कहा की भारतीय जनता पार्टी और उनके नेता मात्र चुनावी लाभ लेने के लिए हि देश के महापुरुषों का इस्तेमाल करते है एयर उसके बाद उनका उनसे कोई मतलब नहीं रहता, ये मात्र बात बाबा साहब की हि नहीं है बल्कि इससे पूर्व भी ये कई बार दलितों का और देश के आजादी के आंदोलन में अपनी कुर्बानियाँ देने वाले शहीदों का अपमान कर चुके है। आशीष कुमार ने कहा की भारतीय जनता पार्टी मात्र लोगों की भावनाओं से खिलवाड करती है और वोट की राजनीति करती है उनका ना आजादी के आंदोलन से कोई वास्ता है दलित वर्ग की पीड़ा से।