नाहन: जिला के नागरिक उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता किंकरी देवी के घर के समीप एसडीएम व डीएसपी व कार्यालय के सामने अवैज्ञानिक व अवैध खनन के मुद्दे पर पर्यावरण प्रेमी नाथूराम चौहान ने खनन विभाग व स्थानीय प्रशासन पर तीखे तंज कसे। उन्होंने कहा कि, सुप्रियांक वालिया संगड़ाह लाइमस्टोन माइन की अवैध डंपिंग की वजह से हर बार पहले बारिश में मलवा सड़क पर आता है और फिर इसे जानबूझकर गांव बोरली, टिकरी व लगनू के पेयजल स्रोत अथवा नाले में फैंका जाता है। उन्होंने नागरिक उपमंडल संगड़ाह में सरकारी धर्मकांटा तथा खनन विभाग का कोई भी गार्ड अथवा कर्मचारी न होने के चलते यहां करीब 800 बीघा भूमि पर चल रही सभी 5 चूना पत्थर खदानों को तकनीकी रुप से अवैध करार दिया। एनच -707 के निर्माण में पर्यावरण को भारी नुक्सान पंहुचाए जाने के मुद्दे पर नेशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल जा चुके नाथूराम चौहान ने कहा कि, संगड़ाह में खनन माफिया का जंगलराज न रुका तो उनका संगठन कड़े कदम उठाएगा। बुधवार प्रात: बरिश में चूना खदान का मलवा संगड़ाह-रेणुकाजी-नाहन मार्ग पर आने से करीब 2 घंटे यातायात बाधित रहा और इस दौरान नाथूराम सहित सैंकड़ों लोग जान में फंसे रहे। गौरतलब है कि, चूना पत्थर के 1 ओवरलोडेड ट्रक के गुजरने के दौरान 23 अप्रैल 2023 को दनोई पुल टूटने के बावजूद संगड़ाह थाना क्षेत्र में संबंधित पुलिस अधिकारी सरकारी धर्मकांटा न होने का हवाला देते हुए ओवरलोड ट्रकों के चालान नहीं करते। जिला खनन अधिकारी सिरमौर कुलभूषण शर्मा ने बताया कि, संगड़ाह माइन का मलवा निर्धारित डंपिंग साइट पर ही डाला जा रहा है और खदान मालिक को इस बात का ध्यान रखने के निर्देश दे दिए गए हैं कि, यातायात व्यवस्था बाधित न हो। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता राम सिंह ठाकुर ने कहा कि, यहां सड़क बंद होने पर खदान मालिक द्वारा ही यातायात बहाल किया जाता है।