नाहन : जिला मुख्यालय नाहन में बिजली बोर्ड की सही कार्य प्रणाली ना होने के कारण आम जनमानस को इसका खामि याजा भुगत रहा है।.. जी हां कच्चाटेंक शिकायत कक्ष में बिजली कर्मचारियों की प्रॉपर तनाती नहीं की गई है। यहां चार कर्मचारियों के पद रिक्त पड़े हैं। ऐसे में यहां मौजूद पांच कर्मचारियों को दिन व रात कार्य करना पड़ता है। लेकिन सरकार व विभाग द्वारा कच्चा टैंक स्टाफ को बढ़ाने की और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।… जिसके अगर रात को कोई बड़ा फाल्ट आ जाता है तो कर्मचारी काम नहीं कर पाते। शनिवार रात्रि भी ऐसा ही हुआ। चकरेडा मोहल्ला में स्थित ट्रांसफार्मर में ओवरलोड के कारण ट्रांसफार्मर जल गया था। जिसके चलते चकरेड़ा व वाल्मीकि बहुत पूरे मोहल्ले में लाइट चली गई थी। इस दौरान सभी लोगों ने बिजली बोर्ड के अधिकारियों को फोन किया लेकिन किसी ने नहीं उठाया।.. इस दौरान कर्मचारी बेशक मौके पर पहुंचे। लेकिन उन्होंने कहा कि हम सुबह इसे ठीक करेंगे और चले गए। इसके बाद रात भर यहां के लोग परेशानी में रहे। खासकर छोटे बच्चों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। उनके माता-पिता ने उन्हें गत्ते से हवा लगाकर सुलाया। लोगो की सारी रात इसी तरह कटी। सुबह के समय बिजली कर्मचारियों ने ट्रांसफार्मर की दिक्कत को दूर किया। स्थानीय लोगों में बिजली बोर्ड को लेकर काफी आक्रोश है। स्थानीय लोगों में वीरदमन सिंह, समाजसेवी सुशांत ठाकुर, रूपेंद्र सिंह, महेश कुमार, सुनीता ठाकुर, रजनी शर्मा, अजय ठाकुर, आदि ने बताया कि हर महीने में दो बार इसी तरह ट्रांसफॉर्मर में फाल्ट आता है और रात भर ला ई ट नहीं आती है। बिजली विभाग अभी तक ट्रांसफार्मर में आ रही दिक्कत का निपटारा नहीं कर पाया है।.. वीरदमन सिंह ने बताया कि देर रात्रि जब ट्रांसफार्मर में आग लग गई थी तो उन्होंने एक्सईन बिजली बोर्ड को कई बार फोन किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।.. उधर समाजसेवी सुशांत ठाकुर ने कहा कि बिजली के अधिकारियों को गंभीर होकर शहर में आ रही बिजली की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए, ताकि शहर के लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।