नाहन: हिमाचल प्रदेश में कार्यरत 30,000 हज़ार से अधिक आउट्सॉर्स कर्मचारीयों के लिए नहीं बनी अभी तक कोई स्थाई पॉलिसी और सरकार फिर से शिक्षा विभाग में होने जा रही 6-7 हज़ार आउट्सॉर्स की भर्तियाँ ।
पूरे प्रदेश में विभिन्न विभागों में लगभग 30,000 हज़ार से अधिक आउट्सॉर्स कर्मचारी साथी लगातार 15-20 सालों से पूरी मेहनत और ईमानदारी से अपनी सेवाएँ दे रहे हैं, लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार द्वारा कोई स्थाई पॉलिसी नहीं बना पाई इसके बावजूद अभी भी सरकार द्वारा शिक्षा विभाग में 6-7 हज़ार आउट्सॉर्स कर्मचारियों की भर्तियाँ की जा रही हैं जो की बहुत ही ज्यादा चिन्ता का विषय हैं, क्योंकि एक तरफ़ से सरकार कुछ विभागों में कार्यरत आउट्सॉर्स कर्मचारियों की संख्या को कम करने का प्रयास कर रही वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग में आउट्सॉर्स भर्तियाँ करने जा रही हैं, जो की बिल्कुल सही नहीं हैं । आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ के राज्य अध्यक्ष युनिश अख्तर व प्रदेश महासचिव राजेश चौहान ने कहा कि हमारा प्रदेश सरकार से निवेदन हैं की आउट्सॉर्स कर्मचारी की भर्ती भविष्य में बिल्कुल बंद होनी चाहिय ।आउट्सॉर्स कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा विभाग में 6-7 हज़ार आउट्सॉर्स कर्मचारियों की भर्तियाँ की जा रही हैं इसका विरोध करता हैं,आज सभी विभागों के आउटसोर्स कर्मियों का निवेदन और आग्रह करते हैं कि हिमाचल प्रदेश के विभिन्न आउटसोर्स कर्मियों के लिए जल्द से जल्द स्थायी नीति बनाई जाएं और हाल ही में शिक्षा विभाग में हो रही इस प्रकार की भर्तियां न करके अनुबंध और स्थायी भर्तियां करने की अनुशंसा करें।