…मेडल पहने भूतपूर्व सैनिकों ने आम लोगों के बीच खड़े होकर देखा गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम.. किसी ने बैठने को भी नहीं पूछा…
क्या इसके लिए भी सरकार के नुमाइंदों व जिला प्रशासन को बहाना मारना पड़ेगा…
नाहन: गणतंत्र दिवस के अवसर पर आज मेडल से सजे आए भूतपूर्व सैनिकों को कहीं बैठने को एक कुर्सी तक नहीं मिली। उन्हें आम लोगों के बीच में खड़े होकर गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम देखना पड़ा। गणतंत्र दिवस पर कार्यक्रम में देशभक्ति के गीत गाए गए,जिनमें देश के जवानों की कुर्बानी व उनके जज्बे की तारीफ की गई,…लेकिन साक्षात रूप में मौजूद भूतपूर्व सैनिकों को देखा भी नहीं न उन्हें किसी व्यक्ति ने खड़े होकर कुर्सी दी। जी हां गणतंत्र दिवस आज भूतपूर्व सैनिकों के एक दल ने परेड में शामिल होकर मुख्य अतिथि उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान को मार्च पास्ट कर सलामी भी दी। इसके बाद वे परेड की समाप्ति के बाद चौगान मैदान में आए लेकिन उन्हें किसी ने कहीं बैठने तक को नहीं पूछा। उन्होंने लोगों के साथ खड़े होकर यह कार्यक्रम देखा। इस मौके पर कार्यक्रम में मौजूद लोगों में रघुवीर सिंह ठाकुर, विराज सिंह, प्रदीप शर्मा भूतपूर्व सैनिकों पर ध्यान ना देने उन्हें बैठने के लिए कोई व्यवस्था न करने पर हैरानी जताई।..