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नाहन: ऐतिहासिक चौगान मैदान मैं गाड़ियां पार्क करने का सिलसिला लगातार जारी है। जी हां चौगान मैदान में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के दौरान आयोजक व उनके साथ आने लोग अपनी गाड़ियां पार्किंग स्थलों को दर किनारे कर अपनी गाड़ियां चौगान मैदान में पार्क करते हैं।.. नगर परिषद द्वारा ऐतिहासिक चौहान मैदान में कोई भी रूल नहीं बनाया गया है। जिसके चलते आसानी से आयोजन अपनी गाड़ियां पार्क करते है।..उधर इस बात का ध्यान नहीं रख रखा जाता कि चौगान मैदान के आसपास की पार्किंग में जगह है या नहीं है। चौगान मैदान में पार्किंग उस स्थिति में होनी चाहिए जब आसपास की पार्किंग में गाड़ी लगाने की जगह ना हो। जब वहां जगह है तो चौगान मैं गाड़ियां पार्क ना की जाए। आज भी चोगान मैदान में आयोजित एक संस्था के कार्यक्रम के दौरान गाड़ियां चौगान मेंदान में पार्क की गई जबकि आसपास नगर परिषद व गुरुद्वारा की पार्किंग में गाड़ियों की पार्किंग के लिए काफी जगह मौजूद थी।… नगर परिषद द्वारा पार्किंग के ठेकेदारों से साल में लाखों रुपए की फीस अर्जित की जाती है लेकिन एक पार्किंग का ठेकेदार तभी फीस देने लायक होगा जब उसकी पार्किंग में गाड़ियां पार्क होगी। जब इस तरह से नगर परिषद उसे ठेंगा दिखाइगी तो पार्किंग का ठेकेदार कैसे समय पर नगर परिषद को पैसे दे पाएगा।.. इसलिए नगर परिषद को अपना रूल बनाना चाहिए और चौगान में पार्किंग पर मनाही करनी चाहिए।