नाहन: सलानी कटोला पंचायत के तहत जामना गांव में चल रहे स्टोन क्रेशर को हटाने की मांग को लेकर दलित शोषण मुक्ति मंच का एक प्रतिनिधि मंडल जिला संयोजक आशीष कुमार और हिमाचल किसान सभा के खंड नाहन के सचिव देव सिंह और स्थानीय पंचायत प्रधान अनिता गौड़ की अध्यक्षता मे जिलाधीश महोदय से अवैध खनन कर रहे क्रैशर के संबंध में मिला ,प्रतिनिधिमंडल में दो दर्जन से ज़्यादा ग्रमीण जिसमे मुख्य रूप से प्रधान अनीता गौड़, धनवीर, जय चंद,रामकुमार पूर्व प्रधान मुकेश,कश्मीरी लाल, प्रदीप, बाला देवी वर्ड मेम्बर, कमलेश कुमार, सीताराम, संजू, चंचल देवी महिला मंडल प्रधान, पंकज भूतपूर्व प्रधान, रामकुमार भूतपूर्व उपप्रधान, आदि शामिल हुए ,मीडिया को सम्बोधित करते हुए जिला संयोजक आशीष कुमार ने कहा है ये क्रैशर पंचायत की अनापति न होने के बावजूद भी काम कर रहा है जोकि गैर कानूनी है। आशीष कुमार ने जिला प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े किये है की जिला के अधिकारियों को जंहा प्रभावित लोगों की मदद मे आना चाहिए अपितु इसके विपरीत अधिकारी मौके पर जा कर स्थानीय ग्रमीणों को धमकाने का प्रयास कर रहे है जिससे ग्रामीणों में रोष है। प्रतिनिधि मंडल ने जिला खनन अधिकारी की भूमिका पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा की जिला खनन अधिकारी वो जरूरी दस्तावेज प्रस्तुत करे जो क्रैशर चलाने के लिए जरूरी है , जिसमे वन संरक्षण अधिनियम 1980 की फारेस्ट क्लियरेंस और कितने हैक्टेयर में काम करने की अनुमति, प्रदूषण नियंत्रण कंट्रोल बॉर्ड की अनापति, फायर विभाग की अनापत्ति और कई श्रम विभाग से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करें यदि ये नहीं है तो इस अवैध क्रैशर को तुरंत बंद करे। मंच ने पुलिस प्रशासन पर भी पिछले एक महीने से प्रथमिकी दर्ज न करने पर सवाल खड़े किये है और कहा की पुलिस प्रशासन का रवैया गैरजीमेवाराना है। दलित शोषण मुक्ति मंच ने प्रशासन को 7 दिनका अल्टीमेटम दिया है की यदि अवैध खनन पर कार्रवाई नहीं हुई तो हम आंदोलन की तरफ अपना रुख करेंगे।