नाहन: भारत के सर्वोच्च न्यायालय की खंडपीठ (जस्टिस पी एस नरसिम्हा और जॉयमाल्या बागची) द्वारा अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के संविधान पर अंतिम निर्णय सुनाया गया है। इस ऐतिहासिक निर्णय ने भारतीय फुटबॉल के भविष्य के लिए एक नई दिशा और उम्मीद दी है।
हिमाचल प्रदेश फुटबॉल वेलफेयर एसोसिएशन के राज्य संयोजक नरिंदर थापा, के.एम्. तिवारी, राजिंदर गुप्ता, वीरेंदर मनकोटिया, सुनील कुमार, तपिश थापा, गौरव भारद्वाज, हरीश शर्मा, अनिल दत्ता, संजय संधू, बहादुर सिंह, रीसब शर्मा, राजकुमार, सुशांत शर्मा, परमानंद सैनी इस निर्णय का स्वागत करते है और मानते है कि जिस प्रकार अखिल भारतीय फुटबाल संघ (AIFF) में संविधानिक सुधारों और पारदर्शिता की दिशा में कदम उठाए गए हैं, उसी प्रकार अब हिमाचल प्रदेश फुटबॉल एसोसिएशन (HPFA )और इसकी सभी जिला इकाइयों (DFAs) में भी ठोस सुधार लागू किए जाने चाहिए।
वेलफेयर एसोसिएशन का मानना है कि पिछले 14 वर्षों से भी अधिक समय से हिमाचल प्रदेश फुटबॉल एसोसिएशन में महासचिव एवं कोषाध्यक्ष पद पर दो ही व्यक्तियों का बने रहना संविधानिक प्रावधानों के विपरीत है। यह स्थिति न केवल खेल की प्रगति में बाधा है, बल्कि संगठन की साख पर भी प्रश्न-चिह्न लगाती है।
हिमाचल प्रदेश फुटबॉल वेलफेयर एसोसिएशन की प्रमुख माँगें निम्नलिखित हैं:
1. पारदर्शी एवं जवाबदेह कार्यप्रणाली – हिमाचल प्रदेश फुटबॉल एसोसिएशन और सभी जिला फुटबॉल एसोसिएशनों की कार्यप्रणाली पूर्ण रूप से संविधानिक प्रावधानों के अनुरूप होनी चाहिए।
2. उच्च स्तरीय जाँच समिति का गठन – यह समिति यह सुनिश्चित करें कि सभी जिला फुटबॉल एसोसिएशन (DFAs) संविधान के अनुसार गठित हैं तथा उनकी कार्यकारिणी समितियाँ भी विधिवत चुनी गई हैं।
3. पिछले 15 वर्षों का रिकॉर्ड सार्वजनिक किया जाए – यह स्पष्ट होना चाहिए कि पिछले 15 वर्षों में राज्य फुटबॉल संघ व् जिला फुटबॉल एसोसिएशनों की कार्यकारिणी में कौन-कौन शामिल रहे हैं।
4. भविष्य के लिए रोड-मैप – हिमाचल प्रदेश फुटबॉल वेलफेयर एसोसिएशन निकट भविष्य में एक रोड-मैप प्रस्तुत करेगा जिसमें जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर तक फुटबॉल के विकास और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के ठोस कदम शामिल होंगे।
हमारा मानना है कि यदि जिला स्तर पर संगठन साफ-सुथरे, पारदर्शी और जवाबदेह होंगे तभी राज्य स्तर पर भी एक सशक्त और ईमानदार फुटबॉल संगठन का निर्माण संभव होगा। यही संरचना आगे चलकर खिलाड़ियों को बेहतर अवसर, पारदर्शी चयन प्रक्रिया और खेल के वास्तविक विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी।
इसी संदर्भ में, हिमाचल प्रदेश फुटबॉल वेलफेयर एसोसिएशन बहुत जल्द माननीय मुख्यमंत्री, खेल मंत्री, हिमाचल प्रदेश फुटबॉल एसोसिएशन (HPFA) के अध्यक्ष, और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के अध्यक्ष से मुलाकात कर अपनी माँगों और सुझावों को उनके समक्ष रखेगा।
हिमाचल प्रदेश फुटबॉल वेलफेयर एसोसिएशन सभी फुटबॉल प्रेमियों, खिलाड़ियों और खेल से जुड़े संगठनों से अपील करता है कि वे इस सुधार की दिशा में हमारे साथ खड़े हों। हमारा उद्देश्य किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं बल्कि हिमाचल में फुटबॉल को एक नई ऊँचाई तक ले जाने का है।
“साफ-सुथरा संगठन ही मजबूत खेल का आधार है।”